दखल डालने की आदत || TOP HINDI STORY
बहुत समय पहले की बात है । इक धोबी ने एक गधा और एक कुत्ता पाल रखा था ।
वह हर रोज गधे की पीठ पर कपडे लाद कर उसे नदी किनारे ले जाता था ।
धोबी जब तक नदी के पास कपडे को धोता ,उन्हें धुप मै सुखाता और फिर सूखे कपड़ो की गठिया बनाकर उन्हें गधे की पीठ पर लाद कर शाम को अपने घर लोटता ,तब तक पालतू कुत्ता उस के घर की रखवाली करता ।
धोबी गधे से बहुत काम लेता । गधा भी बहुत मेहनत कर धोबी का सारा काम सही समय पर पूरा कर देता था । तब भी धोबी गधे को अच्छा खाना नई देता उस क साथ बुरा बर्ताव करता । उस क धीरे चलने पर धोबी उस को बार बार मरता था ।
दूसरी और धोबी अपने कुत्ते से बहुत प्यार करता उसकी बफादारी के इनाम के रूप मै उस को खाने को दूध और अच्छी रोटी देता |
गधे को अपने मालिक द्वारा इस प्रकार से भेदभाब किये जाने पर अच्छा नहीं लगता था । मै कुत्ते से जायदा काम करता हु हर रोज घर से नदी तक अपनी पीठ पर दोनों तरफ कपड़ो की भरी भारी गठिया लाद कर लता ले जाता हु और धुप मै खड़ा रहता हूँ। फिर भी मेरा मालिक मुझे बुरा भला कहता है और मुझे मरता है वह मुझे घास के इलावा अपना बचा हुआ खाना डाल ता है । जब की कुत्ता घर पर पड़ा रहता है फिर उस को अच्छा खाना और आराम मिलता है ।गधा उदास हो कर ये सब सोचता रहता था ।
एक रात हर रोज की तरा कुत्ता अपने गलीचे मै लेटा हुआ था। गधा उसके पास आया और दुखी हो कर बोला मै सुबह से शाम तक कड़ी मेहनत करता हु गर्मी हो जा सर्दी तब बी सारा दिन काम करता हु किन्तु मै मालिक से सिर्फ गली ही सुनता ही जबकि तू हर समे सोये रहता है इस क बाबजूद मालिक तुम को कितना पसंद करता है शाम को घर आते ही उस की गले से लगा ता है वह उस को नरम नरम रोटी देता है।
गधे का दर्द सुन कर कुत्ता बोला दोस्त यही अच्छा है की तुम अपने काम से काम रखो । अपने काम की तुलना मेरे काम से मत करो । हमरे मालिक बहुत अच्छी तरा से हमारा ख्याल रख ते है । इतना कह कर कुत्ता सोने चला गया ।
आज गधे को नीद नई थी आ री थी । उस रात 4 चोर गधे क मालिक के घर आ कर चोरी करने लगे । गंदे ने ये सब होते हुए देख लिया और कुत्ते को उठाने लगा देखो देखो अंदर चोर घुस रहे है ।
कुत्ता नीड मै था उसने थोड़ी सी आँख खोली चोरो को देख कर सो गया । उस ने गधे को बोला भाई तू अपने काम से काम रख तू मुझे मत बता क्या करना चाइये ये बोल कर कुत्ता सो गया ।
गधे ने सोचा क मै शोर करता हु अपने मालिक को साबधान कर ता हु । इस प्रकार वह मुज से खुश हो जय गे और मेरे से भी बहुत प्यार करेगे । गधे ने सोचा क मै शोर करता हु अपने मालिक को साबधान कर ता हु । इस प्रकार वह मेरे से खुश हो जाये गे और मेरे से भी बहुत प्यार करेगे । इस प्रकार मै अपने मालिक का बफादार जानवर बन जाऊ गए । वह मेरे से व् कुत्ते जैसे बहुत प्यार करे गे ।
जैसे ही गधे ने shor किया चोर इक दम से भाग गे इतने मै ही उस क मालिक की भी नींद खुल गई उस ने बहार आ कर देख तो उस को कुक्ष दिखाई नहीं दिया उस ने देखा गधा बेकार मै चिल्ला रहा है। उस ने इक मोटा डंडा लिया और गधे को मरने लगा । उस रात गधे की बहुत पिटाई हुई और उस को मालिक की नींद खराब करने पर बहुत बुरा व् सुनना पड़ा । कैसा जानवर है ये रात को व् सोने नी देता । उस दिन गधा समज गया की अपने काम से काम रखना चाहिए दुसरो को काम से दूर ही रहे। उस रात गधे ने सोच लिया की वह अब वह अपने काम से ही काम रखे GA ।
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